30 May 2007

पार्टी टाइम

जरुरी है कि खुशियों के लिए
दिन देखा जाये,
जरुरी है क्या उस दिन का
इंतज़ार करना,
जब कुछ हुआ था।
क्यों ना हम उन तारीखों के
फ़ासलों को कुछ कम करलें,
जन्मदिन की पार्टी
किसी और दिन भी धरलें,
एक वक़्त से पहले,
एक वक़्त के बाद ...

13/6/2004

27 May 2007

फ़ासले

दूरियाँ और नजदीकियां
फ़ासलों के ही नाम है।
जब ये ज्यादा होता है
तो दूरियाँ बनता है,
और कम होता है
तो नजदीकियां।
ये फ़ासले भी कितने अजीब होते है
कहने को एक है,
पर रिश्ते दो - दो होते है।
March 2001

25 May 2007

सपना

रात फिर आयी
एक
मीठी याद की तरह,
छेड़ गयी तारों को
जो उल्झाये थे संग किसी के।

आज हमने फिर एक सपना देखा

२८-२-1995

तुम

तुम खडे हो मेरे सामने
एक सवाल बनके,
मेरे सवाल का
जवाब बनके
जो मैंने अपने आप से किया था...
२७/2/1995

मेरी वो

तुम नहीं हो तो नाहोना सताता है,
तुम होती हो तो होना सताता है,

मै तुम्हें कितना सताता हूँ ये अलग बात है...

24 May 2007

गुमनाम है कोई

कुछ रिश्तों के नाम होते है ,
पर वो हमेशा नाकाम होते है ।
कुछ रिश्ते रोज दिखते है,
पर उनमें देखने वाली कोई बात नही होती ।
और
कुछ रिश्ते दिखाई नही देते
पर वो हमेशा साथ होते है ।
काश कि सबको एक ऐसा रिश्ता मिले
जिसे नाम ना देना पडे
जो गुमनाम भी ना हो