जरुरी है कि खुशियों के लिए
दिन देखा जाये,
जरुरी है क्या उस दिन का
इंतज़ार करना,
जब कुछ हुआ था।
क्यों ना हम उन तारीखों के
फ़ासलों को कुछ कम करलें,
जन्मदिन की पार्टी
किसी और दिन भी धरलें,
एक वक़्त से पहले,
एक वक़्त के बाद ...
13/6/2004
30 May 2007
27 May 2007
फ़ासले
दूरियाँ और नजदीकियां
फ़ासलों के ही नाम है।
जब ये ज्यादा होता है
तो दूरियाँ बनता है,
और कम होता है
तो नजदीकियां।
ये फ़ासले भी कितने अजीब होते है
कहने को एक है,
पर रिश्ते दो - दो होते है।
March 2001
फ़ासलों के ही नाम है।
जब ये ज्यादा होता है
तो दूरियाँ बनता है,
और कम होता है
तो नजदीकियां।
ये फ़ासले भी कितने अजीब होते है
कहने को एक है,
पर रिश्ते दो - दो होते है।
March 2001
25 May 2007
सपना
रात फिर आयी
एक मीठी याद की तरह,
छेड़ गयी तारों को
जो उल्झाये थे संग किसी के।
आज हमने फिर एक सपना देखा।
२८-२-1995
एक मीठी याद की तरह,
छेड़ गयी तारों को
जो उल्झाये थे संग किसी के।
आज हमने फिर एक सपना देखा।
२८-२-1995
मेरी वो
तुम नहीं हो तो नाहोना सताता है,
तुम होती हो तो होना सताता है,
मै तुम्हें कितना सताता हूँ ये अलग बात है...
तुम होती हो तो होना सताता है,
मै तुम्हें कितना सताता हूँ ये अलग बात है...
24 May 2007
गुमनाम है कोई
कुछ रिश्तों के नाम होते है ,
पर वो हमेशा नाकाम होते है ।
पर वो हमेशा नाकाम होते है ।
कुछ रिश्ते रोज दिखते है,
पर उनमें देखने वाली कोई बात नही होती ।
और
कुछ रिश्ते दिखाई नही देते
पर वो हमेशा साथ होते है ।
काश कि सबको एक ऐसा रिश्ता मिले
जिसे नाम ना देना पडे
जो गुमनाम भी ना हो
Subscribe to:
Posts (Atom)